Tuesday, July 28, 2009

Science of tomorrow I

जीवन के अनुभवों को बाँटने के लिए आइए कुछ बात करें।
कहाँ से शुरू हो और कहाँ पर समाप्त करें।
हर कोई यहाँ पर ज्ञानी है
हर एक की अपनी कहानी है
ऐसे में अपनी कहानी की कीमत बेमानी है।
चलो, न अपनी कहें और न दूसरों की कहें।
दूसरी बात करें जो सबकी बात हो और बेबाक हो।
विज्ञान के युग में विज्ञान की बात में
आइए साझेदारी करें और कृतकृत्य हों।
किस विज्ञान की बात करें?
आधुनिक विज्ञान प्रगति की खान
पर जीवन के पराभव की पहचान।
कहाँ से शुरू करें?
आइये, प्राचीन विज्ञान की ओर चलें
और प्राचीन भारतीय विज्ञान से आरम्भ करें।
चेष्टारत हों इसमें से कुछ रत्न पाने की
और मानव जीवन को नव दिशा दिखाने की।